हमने जान तो नहीं प्यार माँगा ,वो भी न मिला जबकि हमने प्यार करने वालो को परस्पर जान लुटते देखा सुना था फूल तो सदा खिलते है ,हम फूलों को मुरझाकर बिखरते देखा लोग प्यार में महकते और मुस्कराते है ,पर हमने खुद को बेखुदी में लुटते देखा सोचा था आंसमा में सितारे सदा चमकेंगे हमने उन्हें बिखरकर मिटटी में मिलते देखा प्यार करने वाले सिमटकर करीब आते है हमने तुम्हें खुद से जुदा होकर दूर जाते देखा तुमने हमें करीब बुलाते देखा तुम नहीं आये हमने तुम्हे आते देखा अरमानो को बिलखते और सिसकते देखा खिलाये थे जो ख्वाबो में गुलशन उनको उजड़ते और वीराने में बदलते देखा अरमानों को अर्थी में जिन्दगी को मौत में बदलते देखा
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK
Read Comments